वैसे तो स्नान का महत्व तो प्रतिदिन के स्नान से होता हैं लेकिन कार्तिक स्नान का विशेष महत्व होता हैं।
कार्तिक मास में दिन निकलने के पहले मौन स्नान करने का महत्व होता हैं।
कार्तिक स्नान का महत्वपूर्ण धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। कार्तिक माह (आमतौर पर अक्टूबर-नवंबर) में गंगा, यमुना, और अन्य पवित्र नदियों में स्नान करने से पापों का नाश और मोक्ष की प्राप्ति का विश्वास होता है। यह स्नान घर के पानी में गंगाजल मिलाकर भी कर सकते हैं।
यह माह विशेष रूप से भगवान श्रीकृष्ण और भगवान शिव की पूजा के लिए भी जाना जाता है। भक्तजन इस दौरान उपवास रखते हैं और दीपावली जैसे त्योहारों का भी आयोजन करते हैं। कार्तिक स्नान का उद्देश्य आत्मशुद्धि, साधना और भक्ति में वृद्धि करना होता है।
इसके अलावा, कार्तिक माह में हर पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाती है, जो विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जाती है।