वट सावित्री व्रत कब है?वट सावित्री 2025 में 26 मई, सोमवार को हैं।
Highlights:-1. यह व्रत सुहागन महिलाएं करतीं हैं।
2.पति की दीर्घायु और समृद्धि के लिए किया जाता हैं।
3. इसमें वट वृक्ष की पूजा की जाती हैं
वट सावित्री व्रत कब है?वट सावित्री व्रत में अमावस्या तिथि का समय:- 26 मई दोपहर 12:12 बजे से 27 मई को सुबह 8:32 बजे तक हैं ।वट सावित्री व्रत पूजा उपयोगी सामग्री:- फूल, चंदन, अक्षत,रोली, चना दाल, गुड़, घी, दीपक, बाती, कच्चा सूत, सोलह श्रृंगार, मिठाई और फल।
वट सावित्री व्रत रखने के लाभ –
- यह व्रत पति-पत्नी के रिश्ते को और भी मजबूत बनाता है।
- विवाहित महिलाओं के लिए यह व्रत उनके पति की लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन की कामना करता है।
- वट सावित्री व्रत करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
वट सावित्री जाने व्रत सुहागन महिलाओं द्वारा किया जाता हैं।यह व्रत सुहागन महिलाएं अपने पति की सुख- समृद्धि और दीर्घायु के लिए किया जाता हैं। इसमें महिलाएं व्रत रखतीं हैं और वट वृक्ष पूजा की करती हैं ।