तुलसी में दीपक घी का जलाना चाहिए।अगर घर में ही नहीं हैं तो तिल के तेल का दीपक जला सकते हैं।
तुसली का पौधा भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व रखता हैं,तुलसी में मां लक्ष्मी का वास होता हैं।तुलसी विष्णु जी की बहुत प्रिय हैं।तुलसी के पास दीपक जलाने के लिए घी का दीपक सर्वोत्तम माना जाता है। अगर घी उपलब्ध नहीं हैं तो तिल के तेल का दीपक जला सकते हैं।तिल के तेल का दीपक तुलसी के पौधे के पास स्वास्थ्य और समृद्धि लाने के लिए लाभकारी माना जाता है। यह दीपक वातावरण को शुद्ध करता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
तुलसी का धार्मिक महत्व:तुलसी को देवी के रूप में पूजा जाता है और इसे घरों में आंगन में लगाया जाता है।तुलसी का पौधा पूजा और धार्मिक अनुष्ठानों में विशेष रूप से उपयोग होता है। तुलसी के पत्तों को भगवान विष्णु और उनके अवतारों, विशेष रूप से श्रीराम और श्री कृष्ण की पूजा में चढ़ाया जाता है।
तुलसी का पूजा विधि:तुलसी की पूजा सुबह सूर्य उदय के समय की जाती है। इन्हें प्रतिदिन जल चढ़ाकर सिंदूर लगाया जाता हैं व दीपक जला कर आरती की जाती हैं।विशेष रूप से करवा चौथ, दीपावली, शिवरात्रि, और एकादशी जैसे पर्वों पर तुलसी की पूजा का महत्व अधिक होता है।
तुलसी का पर्यावरणीय योगदान:तुलसी का पेड़ पर्यावरण के लिए लाभदायक होता है। यह वायुमंडल में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाता हैं।तुलसी की पूजा और देखभाल करने से न केवल धार्मिक लाभ होता है, बल्कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार होता है। इसलिए तुलसी को घर में रखना और उसकी पूजा करना विशेष रूप से लाभदायक होता वट सावित्री व्रत कब है?जाने 2025 में वट सावित्री व्रत कब है? अमावस्या तिथि का समय व पूजा की सामग्री है।
नोट:यह जानकारी केवल सामान्य ज्ञान के लिए है।