संक्रांति पर तुलसी पूजा का विशेष महत्व है। मकर संक्रांति हिंदू पंचांग के अनुसार एक महत्वपूर्ण त्यौहार है, जो प्रत्येक वर्ष 14 या 15 जनवरी को मनाया जाता है। यह त्यौहार सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने को दर्शाता है, जो भारतीय संस्कृति में बहुत ही शुभ माना जाता है।
तुलसी की पूजा मकर संक्रांति पर तुलसी की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश कहा जाता है हैं और यह शुभ समय माना जाता हैं। तुलसी पूजा के दौरान निम्न नियमों का पालन किया जाता हैं –
पूजन सामग्री:- जल, दीपक,घी,रूई बाती, सिंदूर, चुनरी,लाल कलावा,अक्षत, रोली, मिठाई,फल आदि ।
तुलसी पूजन विधि – इस दिन सर्वप्रथम घर के देवालय व तुलसी के पौधे के आस पास अच्छे से सफाई करे।
स्नान कराना:- तुलसी को स्वच्छ जल या गंगा जल से स्नान कराए।
स्नान कराने के बाद सिंदूर अर्पित कर चुनरी ओढ़ाए। फिर लाल कलावा बाधना चाहिए
घी का दीपक जलाएं:घी का दीपक जलाकर आरती करें तथा धूप बत्ती जलाएं।
भोग: भोग में मौसमी फल व मिठाई अर्पित करें। तिल के लड्डू का भोग लगाना चाहिए। हवन भी करना चाहिए।
जाने कार्तिक मास में तुलसी पूजा के नियम
नोट:-यह जानकारी सामान्य तथ्यों पर आधारित हैं।