विष्णु अवतार:विष्णु जी को सनातन धर्म के देवताओं में प्रमुख स्थान प्राप्त है। विष्णु जी को नारायण और हरि भी कहा जाता हैं।इन्हें जगत का पालनहार भी बताया जाता हैं। ईश्वर के तीन स्वरूपों में से एक विष्णु जी है।
भगवान विष्णु के दस प्रमुख अवतारों को “दशावतार” कहा जाता है। ये दस अवतार इस प्रकार हैं:Learnblooms.com
मछ अवतार (Matsya Avatar): भगवान विष्णु ने मछली के रूप में अवतार लिया था ताकि प्रलय के समय वे वेदों को और अन्य धार्मिक ग्रंथों को सुरक्षित रख सकें।
कच्छप अवतार (Kurma Avatar): भगवान ने कछुए के रूप में अवतार लिया था और मंदर पर्वत को अपनी पीठ पर रखकर समुद्र मंथन के दौरान इसे स्थिर किया था।
वराह अवतार (Varaha Avatar): भगवान विष्णु ने वराह (सूअर) के रूप में अवतार लिया था ताकि पृथ्वी को राक्षस हिरण्याक्ष से बचा सकें, जो पृथ्वी को जल में डुबो चुका था।
नृसिंह अवतार (Narasimha Avatar): भगवान विष्णु ने मानव-शेर के रूप में अवतार लिया था, ताकि हिरण्यकश्यप नामक राक्षस का वध किया जा सके, जो अपने आप को अविनाशी समझता था।
वामन अवतार (Vamana Avatar): भगवान ने बौने ब्राह्मण के रूप में अवतार लिया था और दैत्य राजा बलि से तीन पग भूमि मांगकर समस्त तीनों लोकों को पुनः देवताओं को लौटाए थे।
परशुराम अवतार (Parashurama Avatar): भगवान ने ब्राह्मण योद्धा के रूप में अवतार लिया था और दुष्ट क्षत्रिय राजाओं का संहार किया था।
राम अवतार (Rama Avatar): भगवान ने रघुकुल में जन्म लिया और रावण का वध करके सीता माता को राक्षसों से मुक्त किया।
कृष्ण अवतार (Krishna Avatar): भगवान ने यदुकुल में जन्म लिया और महाभारत के युद्ध में अर्जुन को गीता का उपदेश दिया और कंस तथा अन्य दुष्टों का वध किया।
बुद्ध अवतार (Buddha Avatar): भगवान ने गौतम बुद्ध के रूप में अवतार लिया था, ताकि वे संसार को अहिंसा और आत्मज्ञान का उपदेश दे सकें। (यह अवतार कुछ परंपराओं में माना जाता है।)
कल्कि अवतार (Kalki Avatar): यह भगवान विष्णु का भविष्य का अवतार है, जो कलियुग के अंत में प्रकट होंगे और धर्म की पुनर्स्थापना करेंगे।
ये दस अवतार भगवान विष्णु द्वारा पृथ्वी पर धर्म की रक्षा और दुष्टों का संहार करने के लिए माने जाते हैं।