हरितालिका तीज :- तीज त्यौहार का इंतजार महिलाए बड़ी बेसब्री से करती हैं । तीज का व्रत काफी कठिन होता हैं क्यों कि इस व्रत को निर्जला उपवास किया जाता हैं लेकिन फिर भी महिलाएं इस व्रत को लेकर काफी उत्साहित रहती हैं। इस व्रत में महिलाएं मेंहदी लगाती हैं नई साड़ी पहनती हैं और सोलह श्रृंगार करके सजती संवरती हैं। और फिर सज धज कर के भोलेनाथ जी वा गौरी मां की पूजा करती हैं। पूजा में गौरी मां को कपड़े गहने और 16 श्रृंगार की चीजे गौरी मां को अर्पित कर के प्रसन्न करती हैं।
इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि वो कौन सी चीजें हैं जिन्हें अर्पित करने से गौरी मां प्रसन्न होती हैं।
1. सिन्दूर : हिंदू धर्म में सिन्दूर का विशेष महत्व है सिंदूर सुहाग की सबसे प्रमुख निशानी है इसलिए तीज व्रत में गौरी मां को सिन्दूर जरूर अर्पित करना चाहिए ।
2. महावर: महावर भी सुहाग की चीजों में प्रमुख भूमिका निभाता है कोई भी त्योहार हो कार्यक्रम हों महिलाए महावर जरूर लगाती हैं । महावार भी गौरी मां को प्रिय हैं इसलिए यह जरूर मां को अर्पित करें।
3. काजल: काजल के बिना श्रृंगार अधूरा रहता हैं काजल लगाने पर ही श्रृंगार पूरा होता हैं। काजल गौरी मां को अर्पित करने से मां प्रसन्न होती हैं।
4. चूड़ी: चूड़ी का भी सोलह श्रृंगार में विशेष महत्व है रंग-बिरंगी चूड़ियां महिलाओ को काफी पसन्द होती हैं तीज त्यौहार पर महिलाएं चूड़ियां पहन कर सजती संवरती हैं। चूड़ी भी गौरी मां को अर्पित करने से गौरी मां प्रसन्न होती हैं।
5. बिंदी: बिंदी हर सुहागन महिला की शोभा मे चार चांद लगा देता हैं। बिंदी अर्पित करने से गौरी मां प्रसन्न होती हैं।
6. बिछिया: बिछिया भी 16 श्रृंगार में से एक है। यह पैर की ऊंगली मे पहना जाता हैं और यह भी 16 श्रृंगार के रूप में गौरी मां को अर्पित करते हैं।
7. लिपिस्टिक: लिपिस्टिक भी 16 श्रृंगार में उपयोग किया जाता हैं और यह ओठ की सुंदरता बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता हैं।
इन सब के आलावा क्रीम, पाउडर, तेल, कंघी, शीशा, परफ्यूम, आई शैडो, मस्कारा, फाउंडेशन आदि श्रृंगार चीजों को अर्पित करने पर गौरी मां प्रसन्न होती हैं और अपनी कृपा करती हैं। इसके अलावा गौरी मां को लाल फूल और चुनरी बहुत पसन्द इसलिए लाल फूल और चुनरी गौरी मां को जरूर अर्पित करें।
नोट: उपरोक्त जानकारी सामान्य तथ्यों पर आधारित हैं लर्न ब्लूम इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता हैं।