सोमवती अमावस्या कब है?सोमवती अमावस्या 30 दिसंबर 2024 को है।
Highlights:-1. सोमवती व्रत सुहागन महिलाएं करतीं हैं।
2. यह व्रत पति की दीर्घायु के लिए किया जाता हैं।
3. इस व्रत में महिलाएं पीपल के पेड़ की 108 फेरी लगाती हैं।
30 दिसम्बर, सोमवार
साल 2024 की आखिरी सोमवती अमावस्या 30 दिसम्बर को है। हिंदू पंचांग में पौष मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 30 दिसंबर को है । अमावस्या तिथि का प्रारंभ सुबह 4 बजकर 1 मिनट से लेकर 31 दिसंबर को सुबह 3 बजकर 56 मिनट तक हैं।
सोमवती अमावस्या व्रत क्यों किया जाता हैं?
सोमवती अमावस्या का व्रत सुहागन महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के जाने 2024 मे वट सावित्री व्रत कब है ? लिए किया जाता हैं। सुहागन महिलाएं वासुदेव भगवान से पति के लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं। सोमवती अमावस्या के दिन सुहागन महिलाएं सुबह नहा धोकर साफ सुथरे कपड़े पहन कर पूजा पाठ करती हैं और पीपल के पेड़ की 108 फेरी लगाती है। और वासुदेव भगवान से पति की दीर्घायु की प्रार्थना करती हैं ।
पूजा उपयोगी सामग्री:- फूल,चंदन, हल्दी,अक्षत,कच्चा सूत, मिठाई और फल।
कैसे किया जाता हैं सोमवती अमावस्या व्रत ?
सोमवती अमावस्या व्रत में पीपल के पेड़ की 108 फेरी लगाते हैं।इस व्रत का मेन महत्व फेरी लगाने का हैं।
नोट – यह जानकारी सामान्य तथ्यों पर आधारित